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इंसानी सभ्यता ने समय के साथ बहुत तरक्की की है और नयी नयी ऊंचाइयों को छू लिया है।

आज हम वह सब कर सकते है जिसकी कभी कल्पना भी नहीं की जा सकती थी, आधुनिकता के मदद से हमारे जीवन को बहुत ही सरल बना दिया गया है।

पर कहते है ना की हर एक चीज़ की एक कीमत होती है जो की चुकानी पड़ती है, ऐसे ही इस आधुनिकता की कीमत को चुकाना पड़ा हमारे वातावरण को।

आप अब तक इस ब्लॉग का टाइटल essay in Hindi on Pollution पढ़ कर समझ ही गए होंगे की हम किस चीज़ की बात कर  है, हम बात कर रहे है प्रदूषण की।

प्रदूषण आज के समय में सबसे बड़ी समस्याओ से एक बनी हुई है, यह समस्या इतनी बड़ी हो चुकी है की कुछ शहरों में तो सांस लेने में भी लोगो को तकलीफ होने लगी है।

इस समस्या की गंभीरता को समझते हुए अब सब लोगो में जागरूकता फैलाने के लिए अलग प्रयास किये जा रहे है, स्कूल, कॉलेज में प्रदूषण पर निबंध लिखवा कर प्रतियोगिता करवाई जा रही है।

आज के हमारे इस ब्लॉग का भी यही मकसद है की हम आप लोगो को प्रदूषण के ऊपर जागरूक कर सके और साथ में  ताकि आपकी शिक्षा में भी मदद हो,

इसलिए यह भी बता सके की आप प्रदूषण पर निबंध कैसे लिख सकते है।

प्रदुषण (Pollution) क्या है?

हमारे वातावरण में जब कोई हानिकारक, विषैले पदार्थ आ जाते है तब इसे प्रदूषण कहा जाता है। 

वातावरण के किसी भी हिस्से में वायु में, जल में, भमि में हर जगह जब किसी ऐसे पदार्थ का मिश्रण हो जाता है जो की हमारे लिए हानिकारक  है तो उसे प्रदूषण कहा जाता है। 

हमारे वातावरण में अनेको चीज़े है जो की हमारे जीवन में अहम योगदान देती है, जैसे की जल और वायु यह ऐसी चीज़े है,  मनुष्य जीवित ही नहीं रह सकता,

तो ऐसे में जब इन चीज़ो में प्रदूषण बढ़ गया तो एक दिन मानव सभ्यता को बहुत बड़ी मुसीबतो का सामना करना पड़ सकता है। 

हमारा इस परिभाषा को बताने के 2 मुख्य मकसद थे, पहला की आप प्रदूषण के प्रति जागरूक हो सको और दूसरा की आप essay in Hindi on pollution लिखते समय प्रदूषण के बारे में लिख सको। 

प्रदूषण के प्रकार

जैसा की आप जानते है की हमारे वातावरण में कईं चीज़े है और जब उनमें कोई हानिकारक पदार्थ मिलता है तो उसे प्रदूषण कहा जाता है,

लेकिन प्रदूषण को काफी विस्तार से समझा जा सकता है, वातावरण के किस अंश में प्रदूषण है, इस आधार पर प्रदूषण को भी अलग अलग प्रकारो में बांटा गया है। 

वैसे तो प्रदूषण को कईं प्रकारो में बांटा जा सकता है, लेकिन प्रदूषण के मुख्य रूप से 4 प्रकार है -:

  1. वायु प्रदूषण
  1. जल प्रदूषण
  1. भूमि प्रदूषण
  1. ध्वनि प्रदूषण

वैसे तो आप इनके नाम से ही समझ गए होंगे की यह किस प्रकार के प्रदूषण है, लेकिन फिर भी हम जल्दी से इन सभी प्रदूषण के प्रकारो को एक्सप्लेन कर देते है,

ताकि यदि आपको इनमें से किसी प्रकार के बारे में नहीं पता तो आप उसके बारे में जान जाओ, इसके साथ ही आप इन प्रकारो के बारे में essay in Hindi on pollution लिखते समय विस्तार से लिख सकते हो। 

वायु प्रदूषण 

वायु प्रदूषण उस प्रकार को बोला जाता है, जब हानिकारक पदार्थ जैसे की केमिकल्स, टॉक्सिक गैसेस इत्यादि हानिकारक चीज़े हमारी हवा के साथ मिल जाती है,

जिस से की हवा या फिर सांस लेने की उतने योग्य नहीं रहती, यह सबसे खतरनाक प्रदूषण है, वैसे तो हर एक प्रदूषण हमारे लिए एक बहुत बड़ा खतरा है, लेकिन वायु के बिना तो हम कुछ मिनट भी नहीं रह सकते। 

ऐसे में हमें ज़रूरत है की हम वायु प्रदूषण से संबधित लोगो में जागरूकता फैलाये और उन्हें बताये की कैसे हम इस प्रदूषण को कम कर सकते है। 

जल प्रदूषण

यह प्रदूषण तब होता है, जब हानिकारक केमिकल्स और पदार्थ जल के साथ मिल जाते है, यह अक्सर तब होता है जब फैक्ट्रीज का पानी, sewage ट्रीटमेंट इत्यादि चीज़ो में से निकले हानिकारक पदार्थ,

नदियों, झील, समुन्द्रो इत्यादि के पानी से मिल जाती है। जल् प्रदूषण होने का सबसे बड़ा कारण यही होता है, जल भी हमारी ज़िन्दगी का एक अहम अंग है। 

तो जल प्रदूषण भी हमारे लिए बहुत घातक है, जल प्रदूषण केवल हमारे लिए ही नहीं बल्कि जल में रहने वाले जीवों के लिए भी बहुत हानिकारक है। 

ऐसे में हमें जल प्रदूषण को भी काफी गंभीरता से लेना चाहिए। 

यदि आप एक अच्छा essay in Hindi on pollution लिखना चाहते है तो आप वायु और जल प्रदूषण के बारे में तो विस्तार से बात करें। 

हम निचे उस बारे में अलग से बात करेंंगे की आपको प्रदूषण पर निबंध कैसे लिखना है। 

भूमि प्रदूषण

जब भूमि में किसी ऐसे पदार्थ का मिश्रण होता है, जिस से की उस भूमि की गुणवत्ता और उपयोगिता पर असर होता है तो उसे भूमि प्रदूषण कहा जाता है। 

भूमि प्रदूषण बहुत कारणों से हो सकता ही, जैसे की इंडस्ट्रीज से निकले हुए कचरे से, अमलीय वर्षा की वजह से, खेती में प्रयोग किए जाने वाले खाद और कीटनाशकों से। 

ऐसे ही कईं कारण है, जिनकी वजह से भूमि प्रदूषण हो सकता है। 

ध्वनि प्रदूषण

जब वातावरण में इतना ध्वनि उतपन्न हो जाए की वह वातावरण के प्रकतिक संतुलन को बिगाड़ने लगे तो उसे ध्वनि प्रदूषण कहा जाता है। 

यह अधिकतर तो इंसानो द्वारा ही होता है, लेकिन कभी कभी ज्वालामुखी फटने जैसे प्रकर्तिक घटनाये भी ध्वनि प्रदूषण का कारण बन  है। 

तो यह थे प्रदूषण के 4 मुख्य प्रकार, इन्हें यहाँ बताने का हमारा मकसद यह था की एक तो आप प्रदूषण के प्रकारो के बारे में जानकारी दे सकें। 

इसके कुछ अन्य प्रकारो के बारे में हमनें नीचे 800 शब्दों वाले essay in Hindi on pollution में बताया है। 

Essay in Hindi on Pollution कैसे लिखे?

चलिए अब आज के मुख्य टॉपिक पर चलते है जो की है की आप essay in Hindi on Pollution कैसे लिख सकते हो। 

हम पहले यहाँ आपको कुछ स्टेप्स बताएंगे जिस से आप समझ पाओगे की प्रदूषण पर निबंध कैसे लिखना है, उसके बाद आप हमारे लिखे कुछ निबंध पढ़ सकते हो, जिस से की आप इसके बारे में ओर अच्छे से जान पाओगे। 

  • सबसे पहले यह तय करें की आप अपने essay में क्या लिखेंगे, यानि की आप क्या क्या टॉपिक्स को कवर करेंगे, जैसे की प्रदूषण क्या है, इसके प्रकार, यह क्यों होता है, इसे कैसे रोक सकते है। 
  • उसके बाद आप निश्चित करें की आप को कितने शब्दों का essay लिखना है, इस से आप यह जान पाओगे की आपको किस सेक्शन के बारे में कितनी जानकरी देनी है। 
  • एक बार आपने यह दोनों चीज़े तय कर ली, उसके बाद आप प्रदूषण के ऊपर निबंध लिखना शुरू कर सकते है। 
  • यदि आप अधिक शब्दों का essay in Hindi on pollution लिख रहे तो आप थोड़ा डिटेल में जानकरी दे सकते है और यदि आप कम शब्दों में निबंध लिख रहे है तो आप कोशिश करे की कैसे आप इन कम शब्दों में भी अधिक से अधिक जानकरी ले सकते है।  

नीचे हम 100 शब्दों से लिकर 800 शब्दों प्रदूषण पर निबंध लिख दिखाएंगे, जिसकी मदद से आप कम या अधिक कितने भी शब्दों का निबंध लिखना सिख जाओ। 

100 शब्दों में Essay in Hindi on Pollution कैसे लिखें?

अब हम आपके साथ हमारे द्वारा लिखें कुछ essay in hindi on pollution शेयर करेंगे।

सबसे पहले हम 100 शब्दो वाला निबंध आपके साथ शेयर करेंगे और उसके बाद आपको लंबे निबंध भी देखने को मिल जाएंगे।

100 शब्दो का निबंध लिखते समय हमें यह ध्यान देना चाहिए की हम कम शब्दो में अधिक जानकारी दे सकें कुछ इस प्रकार।

Essay in Hindi on Pollution 100 शब्दो में

पर्यावरण प्रदूषण आज के समय में सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है, यह समय इतनी बढ़ गई है की अब लोगो का सांस लेना तक मुश्किल हो गया है।
प्रदूषण का मतलब होता है हमारे वातावरण में कई प्रकार के हानिकारक पदार्थ का मिलना जिस से हमारा वातावरण खराब हो।
वैसे तो प्रदूषण कईं प्रकार का होता है, लेकिन मुख्यता इसे 4 प्रकारों में ही बांटा जाता है : वायु, जल, ध्वनि, भूमि।
प्रदूषण की समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है और ऐसे में यह जरूरी है की हम इसको रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए।
सबसे अधिक जरूरी चीज हमें इसे रोकने के लिए करनी चाहिए की हमें लोगो को इसके प्रति जागरूक करना होगा, जब सभी लोग प्रदूषण की समस्या को गंभीरता से लेंगे तभी हम इस समस्या को हल कर सकते है।

तो आपने अभी 100 से 150 शब्दो में लिखा गया  essay in Hindi on pollution पढ़ा, आप इसमें देख सकते है की हमें कैसे कम से कम शब्दो में अधिक बातें बताने की कोशिश की।

यदि हमारे पास अधिक शब्द होंगे तो हम इन्हें थोड़ा और अच्छे से समझा सकता है।

Essay in Hindi on Pollution in 500 Words

500 शब्दो में हम अपने essay in Hindi on pollution को थोड़ा अधिक डिटेल में लिख सकते है, कुछ इस प्रकार से -:

500 शब्दो में प्रदूषण पर निबंध 

हमारी मानव सभ्यता बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है, ना जाने प्रतिदिन ऐसी कितनी नई चीज सामने आती है, जिस से हमारे जीवन को बेहतर किया जा सकें।

लेकिन जीवन को बेहतर करने की इस होड़ में हमनें अपने जीवन को ओर मुश्किल में डाल लिया है, तेज़ी से आधुनिकता की तरफ बढ़ रहे हम हमारी जीवन के आधार वाली चीजों को भूलते जा रहे है।

जिस वजह से अलग अलग समस्या हमारे सामने खड़ी होती जा रही है, ऐसी ही एक समस्या है प्रदूषण की समस्या।

आज के समय में प्रदूषण इतना बढ़ गया है की व्यक्ति के पास सांस लेने की लिए साफ हवा तक नही है, हमारी वायु इतनी प्रदूषित हो चुकी है की हम हर सांस में ना जाने कितने हानिकारक पदार्थों को अपने शुरू में खींच लेते है।

जब हमारे वातावरण में ऐसे पदार्थों का मिलते है जो की हमारे वातावरण के संतुलन को बिगाड़ देता है, तो उसे प्रदूषण कहा जाता है।

प्रदूषण कईं प्रकार का होता है, लेकिन मुख्य रूप से इसे 4 प्रकारों में बांटा जाता है -:

  1. वायु प्रदूषण -: जब वायु में किसी प्रकार के हानिकारक पदार्थ मिल जाते है तो उस वायु प्रदूषण कहते है।
  1. जल प्रदूषण -: जब जल में किसी प्रकार के हानिकारक पदार्थ मिल जाते है तो उस जल प्रदूषण कहते है।
  1. भूमि प्रदूषण -: जब भूमि में किसी प्रकार के हानिकारक पदार्थ मिल जाते है जिस से उसकी गुणवत्ता में कमी आती है, तो उस भूमि प्रदूषण कहते है।
  1. ध्वनि प्रदूषण -: जब हो रहे शोर की वजह से वातावरण का संतुलन बिगड़ता है तो उसे ध्वनि प्रदूषण कहा जाता है।

प्रदूषण क्यों होता है? (Pollution के कारण क्या है?)

यदि आप अपने essay in Hindi on pollution के शब्दों को बढ़ाना चाहते हो और उसे ओर अच्छा करना चाहते हो तो आप प्रदूषण के कारणों को भी लिख सकते हो। 

प्रदूषण को रोकने के लिए हमें सबसे पहले उन कारणों को जानना होगा, जिस वजह से प्रदूषण होता है।

प्रदूषण कईं कारणों से हो सकता है, उनमें से प्रमुख कारण कुछ इस प्रकार है -:

  • फैक्टरीज से निकलता हुआ धुआं, बहुत बड़ा कारण है, वायु प्रदूषण का।
  • नदी या किसी ओर जल स्त्रोत में नहाने या कपड़े धोने से जल प्रदूषण होता है।
  • कारखानों से निकलने वाला कचरे को नदियों में फेंक दिया जाता है, यह भी जल प्रदूषण का एक बहुत बड़ा कारण है।
  • जल प्रदूषण की वजह से पानी में घुली ऑक्सीजन की मात्रा कम होती है, जिस की थर्मल प्रदूषण कहा जाता है।
  • ऐसे ही कहीं पर भी फेंक दिए जाने वाले कचरे की वजह से भूमि प्रदूषण होता है।
  • वाहनों के हॉर्न, बड़े बड़ी मशीनों की आवाज़, म्यूजिक स्पीकर्स आदि की वजह से ध्वनि प्रदूषण होता है।

यह कुछ मुख्य कारण है प्रदूषण के जो की आपको अपने essay in Hindi on pollution में लिख सकते हो। 

प्रदूषण को कम कैसे किया जाए?

यह एक बहुत अच्छा पॉइंट है अपने essay in Hindi on pollution में डालने के लिए, प्रदूषण को कम करने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है तो यह आपके निबंध को काफी अच्छा कर देगा -:

  • कारखानों को आबादी वाले क्षेत्रों से दूर स्थापित करना चाहिए।
  • कारखानों से निकले कचरे का अच्छे से निपटारा किया जाना चाहिए।
  • जल स्त्रोतों में नहाने, कपड़े धोने आदि कार्यों पर पाबंदी लगानी चाहिए।
  • जगह पर कचरे के निपटारे के लिए उचित प्रबंध करवाने चाहिए।
  • वाहनों की समय समय पर जांच होनी चाहिए ताकि वह अधिक शोर ना करें।

यह कुछ कदम है जो की हमें प्रदूषण को कम करने के लिए उठाने चाहिए, तो यह था हमारा 500 शब्दों में essay in Hindi on Pollution।

Essay in Hindi on Pollution in 800 Words

हमें आशा है की अब तक आप यह जान गए होंगे की कम शब्दों में पर्यावरण पर निबंध कैसे लिखना है। 

चलिए अब यह जान लेते है की यदि आप थोड़ा बड़ा जैसे की 800 शब्दों में essay in Hindi on pollution लिखना है, तो वह आप किस प्रकार से लिख सकते हो। 

800 शब्दों में Essay in Hindi on Pollution

यदि आज के समय की सबसे बड़ी समस्याओ की बात की जाए तो हम प्रदूषण की समस्या को नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते।

प्रदूषण की समस्या दिन प्रतिदिन ओर जटिल होती जा रही है, इसे रोकने के सरकार के निरंतर प्रयास भी कम पड़ रहे है, ऐसे में यह हमारी देशवासियों की भी ज़िम्मेदारी बनती है की हम इस समस्या के निवारण के लिए अपना योगदान दे।

जब हमारे वातावरण में कोई हानिकारक चीज़ जैसे की टॉक्सिक गैसेस, ज़हरीला पानी, कूड़ा कचरा आदि मिल जाता है तो उसे प्रदूषण कहा जाता है। 

प्रदूषण के कईं प्रकार हो, उनमें से प्रकार मुख्य प्रकार कुछ इस प्रकार है। 

प्रदूषण के मुख्य 8 प्रकार (Essay in Hindi on Pollution)-:

वायु प्रदूषण

जब हमारी वायु में जहरीली गैसेस और प्रदार्थ मिल जाता है, उस समय यह प्रदूषण होता है, यह मुख्यरूप से फैक्टरीज से और वाहनों से निकलने वाले धुएं से होता है।

इसके रोकथाम -:

  • वनों की कटाई को रोकना चाहिए।
  • नए वृक्ष लगाने चाहिए।
  • सड़क पर चल रहे वाहनों की समय समय पर जांच होनी चाहिए ताकि वह अधिक प्रदूषण ना करें।
  • उद्योगों से हो रहे प्रदूषण पर रोकथाम के लिए कदम उठाना चाहिए।
  • उद्योगों को बड़े आबादी वाले क्षेत्रों से दूर बनाना चाहिए।

जल प्रदूषण

जब उद्योगों से या घरों से निकला या फिर और प्रकार से निकला कचरा हमसे जल स्त्रोत जैसे नदिया, झील इत्यादि से मिल जाता है तो उसे जल प्रदूषण कहा जाता है।

इसके रोकथाम -:

  • किसी भी प्रकार के कचरे को नदियों के पानी से मिलने से रोकना होगा।
  • नदियों के पानी में नहाने, कपड़े धोने या पशु नहलाने पर पाबंदी होनी चाहिए।
  • कारखानों के लिए सख्त नियम बनाने चाहिए, उनके द्वारा निकले हानिकारक पदार्थों को जल स्त्रोतों से मिलाने से पहले पदार्थों को संशोधित करने का नियम लागू होना चाहिए।
  • लोगो को जल प्रदूषण के प्रति जागरूक करना चाहिए।
  • नियमों का उल्लंघन करने वाली के प्रति सख्त कदम उठाने चाहिए।

भूमि प्रदूषण

उद्योग और या फिर घर से निकले कचरे को जब पानी में बहाने की जगह भूमि पर ऐसे ही फेंक दिया जाता है, तब भूमि प्रदूषण होता है। यह प्रदूषण भूमि की उपयोगिता और उसकी गुणवत्ता को कम करता है।

इसके रोकथाम -:

  • वृक्ष लगाए जाए ताकि भूमि अपरदन को रोका जा सके।
  • कारखानों से और घरों से निकले कचरे का उचित निपटारा किया जाना चाहिए।
  • घरों से और कारखानों से निकलने कचरे को रिसाइकिल यानी की पुन उपयोग करना चाहिए।

ध्वनि प्रदूषण

जब तेज धावनियां वातावरण के ध्वनि के संतुलन को बिगाड़ देती है तो उसे ध्वनि प्रदूषण कहा जाता है। यह बहुत कारणों से होता है जैसे की कारखानों में चलने वाली मशीनों से, वाहनों से इत्यादि से यह प्रदूषण होता है।

इसके रोकथाम -:

  • वाहनों की समय पर जांच होनी चाहिए ताकि वह अधिक वाहनों के शोर को कम किया जा सके।
  • वाहनों पर बड़े हॉर्न का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
  • उद्योगों में प्रयोग में लाए जाने वाले जेनरेटर या मशीनों के शोर के ऊपर विशेष ध्यान देना चाहिए।

वैसे आप इन 4 पॉइंट्स को भी अपने essay in Hindi on pollution में लिख सकते हो, लेकिन हम यहाँ अध्क शब्दों का निबंध लिख रहे तो हम इसमें थोड़ा और डिटेल में लिखेंगे। 

Radioactive प्रदूषण

यह प्रदूषण radioactive हथियारों के फटने और खनन आदि से उत्पन्न होता है, इसके अलावा परमाणु विज्ञान की सहायता से बिजली बनाने वाले केंद्रों से भी निकला कचरा इस प्रदूषण को बढ़ाता है।

इसके रोकथाम -:

  • रेडियोएक्टिव हथियारों के परीक्षण के समय सभी नियमों का पालन करना चाहिए और पूरी सावधानी बरतनी चाहिए।
  • इस प्रदूषण के असली कारण रेडियोएक्टिव कचरे के निपटारण की उचित व्यवस्था की जानी चाहिए।
  • रेडियोएक्टिव कचरे का पुनरुपयोग किया जाना चाहिए।

प्रकाश प्रदूषण

जब कहीं पर जरूरत से अधिक प्रकाश या फिर रोशनी होती है तो उस प्रकाश प्रदूषण कहते है। यह उन तरह की वस्तुओं की वजह से होता है जो की बिना जरूरत के अधिक प्रयास करते है।

इसके रोकथाम -:

  • लाइट शील्ड्स का प्रयोग किया जाना चाहिए ताकि प्रकाश को आस पास के क्षेत्रों में फैलने से रोक सके।
  • लोगो को प्रकाश प्रदूषण के बारे में जागरूक करना चाहिए।
  • जहां पर प्रकाश की अवश्यकता नही है, वहां की लाइट्स को बंद कर देना चाहिए, ऐसे आप ऊर्जा को भी बचा सकते है।

थर्मल प्रदूषण

थर्मल प्रदूषण उस प्रदूषण को कहा जाता है, जब किसी प्रकार के प्रदूषण की वजह से पानी में घुली ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है, इस से पानी में रहने वाले जीवों के जिंदगी में खतरे में आ जाती हैं।

इसके रोकथाम -:

  • जल प्रदूषण को रोकना चाहिए।
  • किसी भी प्रकार के पदार्थ को पानी में मिलाने से पहले उसे संशोधित करना चाहिए।
  • उद्योगों जो पानी में कचरा फैंकते है, उन पर कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।

Visual प्रदूषण

यह प्रदूषण अधिकतर मानव द्वारा बनाए गई वस्तुओं की वजह से होता है जैसे की टावर्स, billboards इत्यादि, यह उस तरीके के प्रदूषण को कहा जाता है जो की हमारी दृष्टि को प्रभावित करता है।

इसके रोकथाम -:

  • नई इमारत या मकान visual प्रदूषण को ध्यान में रख कर बनाने चाहिए।
  • किसी भी रिक्त स्थान पर मकान या कोई उद्योग बनाने से पहले उस जगह की authorities से अनुमति लेनी चाहिए।

आप इस तरिके से 800 शब्दों का essay in Hindi on pollution लिख सकते हो। 

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Conclusion on Essay in Hindi on Pollution

तो यह था आज का ब्लॉग essay in Hindi on pollution के बारे में। 

इस ब्लॉग में हमनें आपको बताया की आप प्रदूषण पर निबंध कैसे लिख सकते है, हमनें आपके साथ कुछ निबंध भी शेयर किये है तो आप उन्हें भी प्रयोग कर सकते है। 

हमनें पूरी कोशिश की आपको निबंध कैसे लिखते है, यह बताने के साथ साथ प्रदूषण की समस्या के बारे में भी विस्तार से बता सकें। 

ताकि अधिक से अधिक लोग इस समस्या को समझें और हम इस गंभीर समस्या को काबू कर सकें। 

FAQ

प्रदूषण क्या है इसके प्रकार?

जब हमारे वातावरण में किसी हानिकारक या जहरीले पदार्थ का मिश्रण होता है तो उस प्रदूषण कहा जाता है। यह मुख्यता 4 प्रकार का होता है -: जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, भूमि प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण।

प्रदूषण के दुष्परिणाम क्या है?

प्रदूषण की वजह से कईं प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती है, जैसे की हार्ट अटैक, कैंसर, बहरापन इत्यादि, इस से आप समझ सकते है की यह कितनी गंभीर समस्या है, इसलिए हमें इसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।