GMAT (Graduate Management Admission Test) एक कंप्यूटर पर होने वाला टेस्ट है। यह टेस्ट छात्र की अंग्रेजी भाषा में unique analytical, writing, quantitative, verbal, and reading skills जंचता है।
यह परीक्षा GMAC (Graduate Management Admission Council) द्वारा आयोजित की जाती है। शीर्ष विश्वविद्यालयों में व्यावसायिक कार्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए स्नातक छात्रों द्वारा यह परीक्षा दी जाती है।
चूंकि परीक्षा स्नातक छात्रों के लिए होती है, इसलिए परीक्षा का स्तर भी ऊंचा होता है, इसलिए छात्रों के दिमाग में पहला सवाल आता है कि GMAT ki taiyari kaise shuru kare। क्योंकि पहला कदम हमेशा महत्वपूर्ण और कठिन होता है।
तो इस ब्लॉग में हम शुरुआत से चर्चा करेंगे कि GMAT की तैयारी कैसे करें।
लेकिन इससे पहले आपको पता होना चाहिए कि GMAT क्या है और GMAT सिलेबस और पैटर्न क्या है। अगर आप toefl exam ki taiyari kaise kare के लिए टिप्स ढूंढ रहे है तो आप हमारा ब्लॉग पढ़ सकते है |
GMAT क्या है?
GMAT परीक्षा अंग्रेजी बोलने वाले देशों में व्यावसायिक संस्थानों के लिए अपनी अंग्रेजी भाषा दक्षता (proficiency) साबित करने के लिए छात्रों द्वारा ली जाती है।
यह परीक्षा कॉलेज समिति के लिए यह जानने का एक उपाय है कि छात्र के पास व्यवसाय में मास्टर डिग्री हासिल करने का स्तर है या नहीं।
इसलिए यह परीक्षा उन छात्रों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है जो विदेश में व्यवसाय पढ़ना चाहते हैं।
आइये जानते हैं की GMAT की तैयारी कैसे करे।
GMAT ki taiyari kaise shuru kare
GMAT के सिलेबस के बारे में जाने
सबसे पहले, आपको परीक्षा के लिए अभ्यास करने से पहले GMAT परीक्षा के सिलेबस को जानना चाहिए। क्योंकि सिलेबस जानने के बाद आप परीक्षा के सिलेबस के अनुसार पढ़ाई कर सकेंगे। और आपको यह भी पता चलेगा कि परीक्षा में किस तरह के प्रश्न आते हैं।
आपकी सुविधा के लिए, हमने नीचे GMAT सिलेबस का अवलोकन (overview) प्रदान किया है।
GMAT Syllabus 2022
GMAT सिलेबस के 4 सेक्शन होते हैं।
- Analytical Writing
- Integrated Reasoning
- Quantitative
- Verbal
इन 4 सेक्शंस में निम्नलिखित प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं।
Analytical Writing
- Argument essay
- Issue essay
Integrated Reasoning
- Table Analysis
- Two-Part Analysis
- Multi-source Reasoning
- Graphics Interpretation
Quantitative
- Data Sufficiency
- Problem-solving
Quantitative के इन दो प्रशनो के आगे भी कई प्रकार हैं, जो निचे दिए गए हैं।
- Arithmetic
- Algebra
- Geometry
- Mensuration
- Word problems
- Statistics
Verbal
- Reading comprehension
- Critical reasoning
- Sentence correction
एक न्यूनतम लक्ष्य स्कोर निर्धारित करे
जब आप GMAT की तैयारी शुरू करते हैं तो आपको न्यूनतम लक्ष्य स्कोर निर्धारित करने की आवश्यकता होती है। अपने पसंदीदा विश्वविद्यालय में नामांकन के लिए आवश्यक स्कोर से कम से कम 5 या 10 अंक अधिक अपना न्यूनतम लक्ष्य स्कोर रखें। उदाहरण के लिए, यदि आपके वांछित विश्वविद्यालय के लिए न्यूनतम आवश्यक स्कोर 70 है, तो अपना न्यूनतम लक्ष्य स्कोर 80 रखें।
एक टारगेट स्कोर को ध्यान में रखकर आप उसके अनुसार तैयारी कर सकते हैं। इसलिए GMAT ki taiyari kaise shuru kare, इसके लिए दूसरा चरण एक लक्ष्य स्कोर निर्धारित करना है।
अपनी क्षमता को जानें
आपको पता होना चाहिए कि आप क्या कर सकते हैं। इसका अर्थ यह जानना है कि क्या आप स्वयं अभ्यास करके अपना वांछित (required) अंक प्राप्त कर सकते हैं या आपको ऑनलाइन या ऑफलाइन कक्षाओं की आवश्यकता होगी।
हर व्यक्ति का आईक्यू लेवल अलग होता है। कुछ छात्र 1 महीने से भी कम समय में GMAT की तैयारी कर सकते हैं, और कुछ को GMAT परीक्षा को क्रैक करने के लिए कम से कम 3 महीने के लिए उचित मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है।
GMAT ki taiyari kaise shuru kare, यह जानने के लिए ये तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।
GMAT एग्जाम का पैटर्न समझे
छात्रों के लिए परीक्षा के पैटर्न को समझना जरूरी है। इससे आपको पता चलेगा कि परीक्षा में किस प्रकार के प्रश्न आते हैं और आपको उन प्रश्नों को हल करने के लिए कितना समय मिलेगा।
Sections | Number of Questions | Time Limit (mins.) |
Analytical Writing | 1 Question (1 Essay) | 30 |
Integrated Reasoning | 12 Questions | 30 |
Quantitative | 31 Questions | 62 |
Verbal | 36 Questions | 65 |
Total | 80 Questions | 187 |
GMAT परीक्षा में 80 प्रश्न होंगे, और आपको पेपर हल करने के लिए 187 (बिना ब्रेक का समय शामिल किये) मिनट मिलेंगे।
पढ़ने के लिए एक स्टडी प्लान अपनाएं
GMAT परीक्षा की तैयारी के लिए आपको एक अच्छा स्टडी प्लान बनाना होगा। आपको उस स्टडी प्लान पर टिके रहना चाहिए। इससे आपको यह पता लगाने में भी मदद मिलेगी है कि क्या आप अपने आप से तैयारी कर सकते हैं या तैयारी के लिए कोचिंग की आवश्यकता है।
एक ऐसा स्टडी प्लान बनाएं जो आप पर बोझ न डाले और जिसका आप आसानी से पालन कर सकें। आपको ऐसा स्टडी प्लान बनाना चाहिए जिसमें उचित ब्रेक हो ताकि आप आराम कर सकें।
इसलिए एक अच्छा स्टडी प्लान बनाना भी GMAT ki taiyari kaise shuru kare, इसके लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
परीक्षा भर दें
यदि आप ठीक से अभ्यास करना चाहते हैं तो आपको परीक्षा भरनी होगी। एक हफ्ते की तैयारी के बाद आपको अपने स्तर का पता चल जाएगा कि आप एक महीने में GMAT (Graduate Management Admission Council) की तैयारी कर सकते हैं या नहीं।
यदि आपको लगता है कि आप एक महीने में परीक्षा की तैयारी कर सकते हैं, तो आपको परीक्षा भर देनी चाहिए। जब आप परीक्षा भर देंगे, तो आपके पास पीछे हटने का ऑप्शन खत्म हो जायेगा और आप अतिरिक्त उत्साह के साथ तैयारी भी करने लगेंगे।
जब आप परीक्षा के लिए भुगतान करते हैं, तो यह विचार आएगा कि आपने कुछ पैसे खर्च किए हैं और आपको उससे कुछ प्राप्त करना है।
यह आपके मन में एक विचार पैदा करेगा कि आपको परीक्षा भरने पर खर्च किए गए पैसे को बर्बाद नहीं करना चाहिए।
तो, यह आप पर कुछ दबाव डालेगा, और आप GMAT की तैयारी में अपना 100% देंगे।
GMAT ki taiyari kaise shuru kare, इसके लिए यह भी एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रैक्टिस टेस्ट दें
GMAT ki taiyari kaise shuru kare, इसके लिए प्रैक्टिस टेस्ट देना भी बहुत जरुरी है। जब आप प्रैक्टिस टेस्ट देते हैं तो आपको टेस्ट का एक अनुमान हो जाता है और आप उस हिसाब से अपना समय सेट कर सकते हैं। आपको अभ्यास मॉक टेस्ट देने से ये अंदाजा हो जाएगा कि आप परीक्षा में किसका सामना करेंगे।
निष्कर्ष
इस ब्लॉग में, हमने चर्चा की है कि GMAT ki taiyari kaise shuru kare। GMAT की तैयारी के चरणों पर चर्चा करने से पहले हमने GMAT परीक्षा के बारे में विवरण प्रदान किया है।
हम चरणों के साथ GMAT पाठ्यक्रम और परीक्षा के पैटर्न का भी वर्णन किया है।
हम आशा करते हैं कि हमने GMAT ki taiyari kaise shuru kare, इस बारे में आपके प्रश्नों को स्पष्ट कर दिया है, और इस तरह की content के लिए, CourseMentor™ पर आते रहें।
FAQs
क्या मैं सिर्फ 3 महीनों में ही GMAT की तैयारी आसानी से कर सकता हूं?
हाँ आप GMAT की तैयारी 3 महीने में कर सकते हैं अगर आप पूरी लगन और मेहनत से GMAT की तयारी करें।
क्या GMAT की तैयारी करने के लिए 2 महीने काफी हैं?
यह अलग अलग छात्र पर निर्भर करता है। यदि आप पहली बार GMAT का टेस्ट दे रहे हैं तो 3 महीने की तैयारी चाहिए होगी GMAT में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए।